भारत में अम्बानी अडानी 2014 के बाद ही जन्मे है


भारत में अम्बानी अडानी 2014 के बाद ही जन्मे है

अंध विरोध की पराकाष्ठा

मोदी विरोधियो से प्रार्थना है कि अगर मोदी सरकार अंबानी अडानी के लिए काम कर रही है तो सबूत इकट्ठा करके कोर्ट में पेश करो, इन दोनों उद्योगपतियों को सरकार के द्वारा पहुंचाए गए अवैध लाभ के साथ-साथ उनको मिलने वाले सभी ठेकों और टेंडरों में अगर किसी गलत प्रक्रिया को अपनाकर ऐसा किया गया है तो उसका पर्दाफाश करने के लिए सभी विपक्षी दल, कांग्रेसी, टुडे टुकड़े गैंग, खालिस्तानियों के हिमायती बिके हुए किसान नेता मिलकर सामने आए और हवा हवाई बाते न करके तथ्यों के साथ इस नेक्सेस को उजागर करे। 

जब ये सब मोदी विरोधी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पैसे खर्च करके ट्वीट करा सकते हैं, करोड़ों रुपए सड़कों को जाम करके टेंट लगाने और लंगर खिलाने में खर्च कर सकते हैं तो अपने ही देश में थोड़ा पैसा खर्च करके मोदी सरकार की इस प्रकार की लापरवाही को न्यायालय के माध्यम से साबित क्यों नहीं कर सकते हैं। 

इसका जवाब भी सुन लीजिए: कानूनी प्रक्रिया में तथ्यों के साथ सत्य को रखना होता है जो मोदी विरोधियों के पास है नहीं, वैसे भी कई बार मोदी के विरुद्ध कोर्ट में जाकर अपनी फजीहत करा चुके हैं, इसलिए इनको लगता है कि जनता में गला फाड़ फाड़ कर चिल्लाने से इनको कुछ ना कुछ मिल ही जाएगा परंतु अगर कानूनी प्रक्रिया से अंबानी अडानी के विरुद्ध कुछ साबित करने की कोशिश करेंगे तो ये नहीं कर पाएंगे क्योंकि दोनों उद्योगपति हर प्रकार की सरकारी और कानूनी प्रक्रिया के अनुसार ही सब कुछ कर रहे है। 

अंबानी अडानी का व्यापार कांग्रेस के शासन के समय से ही है। धीरूभाई अंबानी इंदिरा गांधी के साथ बैठकर डिनर करते थे। उद्योगपति लोबी को कांग्रेस ने हमेशा सिर पर चढ़ा के रखा और भरपूर निराधार लोन बांटकर बैंकों को भी खतरे में ला दिया। मोदी सरकार को अंबानी अडानी को दिए लोन पर सवाल उठाने वाले जरा 2014 से पहले कांग्रेस के द्वारा बांटे गए लोन की लिस्ट भी चेक कर ले। मोदी विरोधियो से विनती है कृपया समाज को गुमराह करके एक बेहतर राजनीतिक विकल्प के विरुद्ध समाज को भड़काने का प्रयत्न न करें नहीं तो इसकी कीमत हमारे आपके परिवार, पूरे समाज और आनेवाली पीढ़ियों को भी चुकानी होगी, आप तो अपनी राजनीतिक व जातिवादी संतुष्टि के लिए समाज में जहर घोल चल निकलोगे परंतु इसका शिकार आपकी पुस्ते भी ज़रूर होगी।